2005 में कैमरा खराब हो जाने के बाद मैंने छायाकारी छोड़ दी थी; 2009 से मोबाइल के कैमरे से मैंने फिर शुरुआत की. कुछ तस्वीरें मेरे सुपुत्र अभिमन्यु की भी खींची हुई हैं.